

मसलिया (दुमका) : मसलिया प्रखंड की रानीघाघर पंचायत अंतर्गत पहरूडीह गांव में शनिवार की दोपहर एक किसान की मेहनत की कमाई आग की भेंट चढ़ गई। दोपहर करीब 3 बजे किसान अजित हांसदा के खलिहान में अचानक आग लग गई, जिससे लगभग ढाई बीघा का धान पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया।
पीड़ित किसान अजित हांसदा ने बताया कि उन्होंने गांव के ही एक अन्य व्यक्ति से जमीन बंटाई (साझेदारी) पर लेकर बड़ी उम्मीदों और कड़ी मेहनत से फसल तैयार की थी। साल भर की मेहनत के बाद धान खलिहान में पहुँचा था, लेकिन अचानक लगी आग ने सब कुछ तबाह कर दिया। किसान के अनुसार, यह धान ही उनके परिवार की आजीविका और राशन का मुख्य जरिया था।
आग लगने की खबर जैसे ही गांव में फैली, बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पास के अन्य खलिहानों और अनाज के ढेरों तक पहुँचने का खतरा पैदा हो गया था। ग्रामीणों ने बिना देर किए तत्काल पंप सेट लगाया और पानी की बौछार कर आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग को बुझाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यदि समय पर पंप सेट नहीं चलता, तो पूरे इलाके का धान स्वाहा हो सकता था।
इस अग्निकांड से पीड़ित किसान अजित हांसदा के सामने गहरा आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। हताश किसान ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से गुहार लगाई है कि घटना की तत्काल जांच कर उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए, ताकि वे इस भारी नुकसान से उबर सकें और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।












